इस्लाम में दरख़्त लगाने के फायदे
⭕आज का सवाल नो।३२३८⭕
इस्लाम में हर शोबे (फील्ड) की रहनुमाई (गाइडलाइन्स) है, आज दुन्या पर्यावरण दिन मना रही है तो दरख़्त लगाने के बारे में क़ुरान के मुताबिक़ तमाम इन्सानों के पैगम्बर का क्या मेसेज है ?
🔵जवाब🔵
حامدا و مصلیا مسلما
मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि व आलिहि वसल्लम जिस तरह इनसानों के नबी हैं इसी तरह हैवानों और नबातात (पौधों और दरख्तों) के भी नबी हैं, वह तमाम जहाँ वालों के लिए रहमत (दया) हैं, उन्हों ने फ़रमाया: “जिस मुसलमान ने कोई दरख़्त लगाया उस में से किसी इन्सान या हैवान (जानवर) ने खाया तो उस के लिए सदक़े (दान) देने का सवाब है”।
📗(बुखारी शरीफ )
और उस की हिफ़ाज़ात, निगरानी और उस में होने वाली तकलीफ पर भी सवाब के वादे और क़यामत तक लगाते रहने की ताक़ीद भी आई है।
📚( मिश्कात शरीफ की अहादीस से)
و الله اعلم بالصواب
✍🏻मुफ़्ती इमरान इस्माइल मेमन
🕌उस्ताज़े दारुल उलूम रामपुरा, सूरत, गुजरात, इंडिया.