जहेज़ के नुक़सानात








जहेज़ के नुक़सानात

⭕ आज का सवाल नंबर- ३२२२ ⭕

हमारे बाज़ इलाक़े में जहेज़ का लैन दैन बहुत है।
उसे कैसे रोका जाए ?

🔵 जवाब 🔵

حامدا و مصلیا مسلما

कीसी भी चीज़ से बचने के लिए उसके नुक़सानात का पता होना ज़रूरी है  ताके उस की बुराई दिल में उतरे और उस से बचना आसान हो जाये, लिहाज़ा जहेज़ के नुक़सानात को पेश किया जाता है।

१। जहेज़ माँगना ज़िल्लत है।

२। जहेज़ माँगना बेशरमी और बेग़ैरती है। लडकी के माँ-बाप पूरी ज़िन्दगी के लिए अपने जिगर का टुकड़ा लड़की, जिस को पालने में लाखों रूपया खर्च किया अल्लाह के हुक्म से फ्री दे रहे है और आप पैसे देना तो दूर की बात बल्कि सामने से मांग रहे हो !

३। जहेज़ न दे सकने की वजह से करोड़ों लड़कियां बगैर निकाह के ज़िन्दगी बरबाद कर रही है।

४। निकाह न होने की वजह से जो लड़कियां ज़िना में मुब्तला हो रही है उस का गुनाह जहेज़ माँगने वालों को भी होगा।

५। बहुत सो को पता चलता है के हमल में लड़की है तो बाज़ जगह क़ानून के खिलाफ उसे पैदा होने से पहले ही मार दिया जाता है।

६। बाज़ जगह लड़कियों के बाप जहेज़ न दे सकने की वजह से रिश्ता नहीं होता है तो लड़कियां डिप्रेशन का शिकार हो जाती है वगैरह और भी खराबियां है।

७ जहेज़ देने के पैसे नहीं होते हैं तो वह सुदी लोन लेता है और सालों- साल उसके हफ्ते भर भर के तबाह बरबाद हो जाता है।

८ जहेज़ देने की पैसे न होने की वजह से लड़की का बाप शहर -शहर,  गांव – गांव जाकर भी माँगता है हमारा रिश्तेदार जिसने ज़िन्दगी में किसी के सामने हाथ नहीं फ़ैलाये होते हैं लेकिन इन इंटरनेशनल भिखारी की वजह से उसे भी माँगना पड़ता है।

९ अगर जहेज़ लाने में कुछ कमी हो गई तो पूरी ज़िन्दगी लड़की को लड़का और उस के घरवाले ता’ना देते रहते हैं और और मियां बीवी की इज़्दिवाज़ी ज़िन्दगी का सुकून ख़त्म हो जाता है।

१० जहेज़ माँगना या हैसियत से ज़यादा देना ग़ैरों का तरीका है क्योंकी वह लोग अपनी बेटी और बहन को विरासत में हिस्सा नहीं देते हैं और कहतेsweewaaah 3w, हैं की हमने तेरी शादी में सब कुछ दे दिया अब तेरा कोई हक़ नहीं है, यही मिरास का हक़ दबाने की आदत इससे पैदा होती है।

११ यह गैर क़ौम का तरिका है हदीस शरीफ में आता है जिसने जिस क़ौम की मुशाबेहत इख़्तियार की क़यामत के दिन उसका हष्र उसी के साथ होगा।

१२ जहेज़ का इंतजाम न होने की वजह से आज तक लाखों लड़कियों ने खुदकुशी कर ली।

१३ ईसाई मिशनरी और हिंदू जमातों ने बगैर जहेज़ के शाaदी कराने के बहाने हजारों लड़कियों को ईसाई और हिंदू बना दिया।

و الله اعلم بالصواب

✍🏻मुफ़्ती इमरान इस्माइल मेमन.
🕌उस्ताज़े दारुल उलूम रामपुरा, सूरत, गुजरात, इंडिया