नीरा कब पिए, कब नहीं ?




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नीरा कब पिए, कब नहीं ?

⭕आज का सवाल न.३४२१⭕

आज कल सर्दी का मौसम चल रहा हे, और ऐसी मौसम में अक्सर लोग नीरा (खजूरी के दरख़्त से निकलने वाला रस) पीते हे, शरीअत की रौशनी में इस का क्या हुक्म हे और कब से कब तक इसे इस्तेमाल कर सकते हे ?

🔵जवाब🔵

حامدا و مصلیا و مسلما

नीरा (खजूरी, ताड़ के दरख्त से निकलनेवाला रस) सुबह में पीना जाइज़ है, लेकिन धुप पड़ने के बाद उस में झाग-फिन नशा पैदा हो जाता है इसलिए धुप पड़ने के बाद पीने से नशा पैदा न हुवा हो तो भी बचना चाहिए, कियूं के लोगों के बदगुमान होने का और खुद नशा वाला भी पिने में मुब्तला होने का अंदेशा-डर है.

अपने आप को तोहमत और खतरे की जगह से बचाने का भी हुक्म है।

📗मअख़ूज़ अज़ किताबुल फतावा ६/१६४

و الله اعلم بالصواب

✍🏻मुफ़्ती इमरान इस्माइल मेमन
🕌उस्ताज़े दारुल उलूम रामपुरा, सूरत, गुजरात, इंडिया.