सना दुआ पढने से पहले “सना” केहने से नमाज़ का हुक्म




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सना दुआ पढने से पहले “सना” केहने से नमाज़ का हुक्म

⭕आज का सवाल नंबर ४१०२⭕

नमाज़ में
“सुबहानकल्लाहुम्मा….” दुआ से पहले मदरसे की आदत के मुताबिक़
“सना सुबहानकल्लाहुम्मा…..” पढ़ने से क्या नमाज़ फ़ासिद हो जाएगी?

🔵जवाब🔵

حامدا و مصلیا مسلما

“सना” दुआ का उन्वान (हैडिंग) है, उसे नहीं पढना चाहिये।

फिर भी अगर पढ़ लिया तो नमाज़ फ़ासिद नहीं होगी।

इसलिए के हर वह लफ़्ज़ जो कुर्’आन या हदीस में अल्लाह से दुआ मांगने के लिए आया हो उसे पढने से नमाज़ फ़ासिद नहीं होती।

📗दारुल इफ्ता जमीयतुल उलूम इस्लामीया बिनोरिया टाउन
बा हवाला शामी १/५२३

و الله اعلم بالصواب

✍🏻मुफ़्ती इमरान इस्माइल मेमन
🕌उस्ताज़े दारुल उलूम रामपुरा, सूरत, गुजरात, इंडिया.