मोज़े पर मसह का तरीक़ा और मुद्दत




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मोज़े पर मसह का तरीक़ा और मुद्दत

⭕आज का सवाल नंबर :: ३४२३

१. सर्दी में जो शरीयत की शर्तों वाले मोज़े पहने जाते है उस पर मसह का क्या तरीका है ?

२. चमड़े के मोज़े पर पैर धोये बगैर मसह कब तक कर सकते है ?

🔵जवाब🔵

حامدا و مصلیا مسلما

१. मोज़े पर ऊपर की तरफ से मसह करे, तलवे- शॉल की तरफ से मसह न करे,
मोज़े पर मसह करने का तरीका ये है के : हाथ की उँगलियों तर कर के – भिगोकर आगे (उँगलियों) की तरफ रखे, हथेली मोज़े से अलग रखे, फिर उन को खीचकर टखने की तरफ ले जावे, अगर पूरी उँगलियों को मोज़े पर नहीं रखा बल्कि फ़क़त उँगलियों का सिरा मोज़े पर रख दिया और उँगलियों खड़ी रखी (ऊपर तक नहीं खींचा) तो ये मसह दुरुस्त नहीं हुवा।

२. मोज़े पहनने के बाद जब पेहली मर्तबा वुज़ू टूटे तब से लेकर मुक़ीम के लिए २४ घन्टे और शरई मुसाफिर के लीये ७२ घन्टे तक मोज़े पर मसह कर सकते है।

📘बहिश्ती ज़ेवर सफा ७२ से माखूज़
📘उम्दतुल फीकह से माखूज़

و الله اعلم بالصواب

✍🏻मुफ़्ती इमरान इस्माइल मेमन
🕌उस्ताज़े दारुल उलूम रामपुरा, सूरत, गुजरात, इंडिया.