हुजूर सलल्लाहु अलय्हि वसल्लम के हुकूक








हुजूर सलल्लाहु अलय्हि वसल्लम के हुकूक

⭕आज का सवाल नंबर.३३५२ ⭕

हुक़ूक़ की अदायगी बहुत ज़रूरी है, और हर एक से तअल्लुक़ के कुछ आदाब होते है जिस के अदा करने से दुन्या आख़िरत में कामयाबी मिलती है।
रसूलुल्लाह सलल्लाहु अलय्हि वसल्लम के क्या हुक़ूक़ व आदाब है ?

🔵जवाब🔵

حامدا و مصلیا و مسلما

हज़ूर ﷺ की बारगाह के आदाब व हुक़ूक़ दर्जे ज़ैल है।

१।
आप ﷺ पर इमान लाना।

२।
आप ﷺ की इताअत व पेरवी करन।

३।
सब से ज़यादा आप ﷺ से मुहब्बत करना।

४।
आप ﷺ के मुताल्लिक़ सब से अफ़ज़ल होने का एतिक़ाद करना।

५।
आप ﷺ के खातमुन नबीय्यीन होने का एतिक़ाद रख्ना।

६।
आप ﷺ के मुताल्लिक़ मासूम व बे गुनाह होने का यक़ीन करना।

७।
आप ﷺ की अदना-मामूली मुख़ालिफत से भी अपने आप को बचाना।

८।
आप ﷺ की मुहब्बत में गुलु-हद से आगे बढ़ना (यानि अल्लाह ता`अला के साथ मख़सूस सिफ़त को आप ﷺ के लिए साबित मानने से बचना)

९। हुज़ूर सल्लाहू अलयही वसल्लम इज्जत और नामोश पर उंगली उठाने वालों से दिफा करना.( उन को जवाब देना और उन के खिलाफ आवाज उठाना)
१०.
कसरत से आप ﷺ पर दुरूदो सलाम भेजते रेहना।
११.
रसूलुल्लाह सलल्लाहू अलयही वसल्लम के दीन की मदद करना, उस को फेलाना, उस की हिफाजत करना।

१२।
अहले बैत और आप ﷺ की आलो अवलाद से मुहब्बत रख्ना।

१३।
सहाबा रदी अल्लाहु अन्हुम से मुहब्बत रखना।

📗सुनने आदाब सफा २२ से २४

📘 हजरत मुहम्मद सल्लाहु अलयही वसल्लम के दस हक

و الله اعلم بالصواب

🌙🗓 इस्लामी तारीख़
८ रबीउल अव्वल १४४५ हिजरी

✍🏻मुफ़्ती इमरान इस्माइल मेमन
🕌उस्ताज़े दारुल उलूम रामपुरा, सूरत, गुजरात, इंडिया.